संस्कृतिक स्तोत्र एवं प्रशिक्षण केंद्र नई दिल्ली में 10 से 19 दिसंबर तक आयोजित होने वाली NEP 2020 के अनुरूप विद्यालयी शिक्षा में हस्तकला कौशल का समावेश पर आयोजित प्रशिक्षण में शासकीय प्राथमिक शाला कुंवरपुर विकासखंड लखनपुर जिला सरगुजा की श्रीमती दीप्ति भावसार ने छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व किया। इस प्रशिक्षण में विद्यालयी शिक्षा में हस्तकला कौशल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 10 से 19 दिसंबर तक एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया । इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को हस्तकला के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराना और उन्हें विद्यार्थियों को हस्तकला सिखाने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करना है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम विद्यालयी शिक्षा में हस्तकला के महत्व को रेखांकित करता है। हस्तकला बच्चों में रचनात्मकता, कल्पना शक्ति और मोटर कौशल को विकसित करने में मदद करती है। इसके अलावा, यह उन्हें भारतीय संस्कृति और विरासत से जोड़ने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस प्रशिक्षण में शासकीय प्राथमिक शाला माझापारा की श्रीमती नीति श्रीवास्तव, प्राथमिक शाला डिगमा की सूरज कांति गुप्ता, प्राथमिक शाला बकनाखुर्द श्रीमती दीप्ति शुक्ला एवं प्राथमिक शाला आमाटिकरा के श्री रामजतन यादव भी छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व कर शामिल हुए।
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