India Tv Fact Check: सोशल मीडिया पर हर दिन कई फेक न्यूज और फेक वीडियो वायरल होते रहते हैं। आम लोग इन फेक न्यूज पर आसानी से भरोसा कर लेते हैं और इन्हें आगे फॉरवर्ड कर देते हैं। इन्हीं फेक न्यूज से आपको सावधान करने के लिए हम लेकर आते हैं India TV फैक्ट चेक। फेक न्यूज का ताजा मामला बांग्लादेश में हिंदू लड़कियों के साथ हो रही बर्बरता से जुड़ा है। सोशल मीडिया पर एक लड़की का वीडियो वायरल हो रहा है। मुंह पर टेप लगा है और उसके हाथ-पैर रस्सी से बंधे हुए हैं। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि शेख हसीना की सत्ता जाने के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले किए जा रहे हैं। इसे शेयर करने वालों की मानें तो ये वीडियो बांग्लादेश का है, जहां मुसलमानों ने एक हिन्दू लड़की का अपहरण किया और हाथ-पैर बांधकर उसे सड़क पर बैठा दिया। हालांकि, जब India TV ने इस दावे का फैक्ट चेक किया तो ये दावा पूरी तरह से फर्जी साबित हुआ है।
क्या किया गया दावा?
वायरल वीडियो को फेसबुक पर शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, “बांग्लादेश में जिहादियों के चंगुल में घिरी एक बेबस हिन्दू लड़की, कोई मदद को आगे नहीं बढ़ रहे है। कुछ देर बाद वहशी भेड़िये इसे अपने हवस का शिकार बना कर मार डालेंगे, हिंदुस्थान कें दोगले हिन्दुओं अब भी वक्त है जागों।”
फैक्ट चेक
India TV ने की पड़ताल
सोशल मीडिया पर ये वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा था, इसलिए हमने इस दावे की पड़ताल करने की ठानी। सबसे पहले हमने गूगल ओपन सर्च की मदद से विभिन्न वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सर्च किया। कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये वीडियो 18 जुलाई के कुछ फेसबुक पोस्ट्स में मिला, जिनके बांग्ला कैप्शन में इसे ठाका स्थित जगन्नाथ यूनिवर्सिटी का बताया गया है। इसके बाद हमने गूगल मैप्स पर जगन्नाथ यूनिवर्सिटी की तस्वीरें देखीं। यूनिवर्सिटी के कैंपस में मौजूद एक मूर्ति और बस दिखी, जो वायरल वीडियो में भी देखी जा सकती है। जांच में हमें जगन्नाथ यूनिवर्सिटी से जुड़े एक फेसबुक अकाउंट का पोस्ट भी दिखा जिसमें बताया गया है कि ये लड़की जगन्नाथ यूनिवर्सिटी की ही एक छात्रा है, जो अवंतिका नाम की एक लड़की के आत्महत्या करने को लेकर प्रदर्शन कर रही थी।
फैक्ट चेक
वायरल वीडियो के बारे में छपी एक अन्य न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, अवंतिका की मौत के तीन दिन बाद जगन्नाथ यूनिवर्सिटी में मोमबत्तियां जलाकर प्रदर्शन किया गया था। इस दौरान तृषा नाम की एक लड़की ने अपने मुंह पर टेप लगा कर और अपने हाथ-पैर बांध कर प्रदर्शन किया था। इससे साफ है कि मार्च में बांग्लादेश की यूनिवर्सिटी में हुए प्रदर्शन के वीडियो को देश में चल रही सांप्रदायिक हिंसा से जोड़कर पेश किया जा रहा है।
फैक्ट चेक में क्या निकला?
इंडिया टीवी की जांच में वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा गलत पाया गया। इंडिया टीवी के फैक्ट चेक ने पाया कि ये इसी साल मार्च का ढाका की जगन्नाथ यूनिवर्सिटी का वीडियो है, जहां ये लड़की एक छात्रा की आत्महत्या को लेकर प्रदर्शन कर रही थी। बांग्लादेश में मुसलमानों द्वारा हिंदू लड़की के हाथ-पैर बांधकर उसे सड़क पर डाल देने का वायरल दावा फर्जी है, इसलिए लोगों को ऐसी किसी भी पोस्ट से सावधान रहने की सलाह दी जाती है।
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